रिपोर्ट- भूप सिंह, उरई (जालौन)
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ स्थित सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में प्रदेश के बाढ़ की स्थिति, आगामी पर्व एवं त्योहारों की तैयारियों, ड्रोन परिचालन, ‘हर घर तिरंगा अभियान’ और बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में जनपदों के प्रभारी मंत्रीगण व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअली जुड़े रहे। मुख्यमंत्री ने बाढ़ जिलों के अधिकारियों से सीधे संवाद कर जमीनी हालात का जायजा लिया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बाढ़ राहत कार्यों को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश:
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि:
राहत सामग्री समयबद्ध रूप से बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचे।
सामग्री की गुणवत्ता व मात्रा की रैण्डम जांच की जाए।
शरणालयों में रहने वालों को पौष्टिक व गर्म भोजन उपलब्ध हो।
महिलाओं के लिए ठहरने की उचित व सुरक्षित व्यवस्था की जाए।
बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।त्योहारों पर सुरक्षा व सुविधा के निर्देश:
श्रावण मास के अंतिम सोमवार को मंदिरों व शिवालयों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु पर्याप्त इंतजाम किए जाएं।
वर्षा को देखते हुए खुले विद्युत तारों को दुरुस्त किया जाए।
स्वच्छता व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।रक्षाबंधन पर निःशुल्क बस यात्रा:
आगामी 08 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त रात्रि 12 बजे तक यूपीएसआरटीसी और नगरीय बस सेवाओं में माताओं-बहनों के लिए निःशुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
नगरीय व ग्रामीण इलाकों में पर्याप्त संख्या में बसें चलाई जाएं।
ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखने हेतु राजमार्गों पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।‘हर घर तिरंगा अभियान’ को लेकर कार्ययोजना:
यह अभियान राष्ट्रीय गौरव से जुड़ा है, प्रत्येक नागरिक की भागीदारी अपेक्षित है।
इस वर्ष 4 करोड़ 60 लाख तिरंगे प्रदेश में फहराए जाने का लक्ष्य है।
संबंधित विभाग आपसी समन्वय से आवश्यक तैयारियाँ पूरी करें08 अगस्त तक तिरंगा निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाए।
रिपोर्ट – भूप सिंह, उरई (जालौन)
उरई। जिले में लगातार हो रही भारी बारिश अब संकट का रूप लेने लगी है। सोमवार को रामनगर रपटा पुल पर पानी का ओवरफ्लो शुरू हो गया, जिससे क्षेत्र में खतरे की घंटी बज गई है। तेज़ बहाव के साथ पुल से होकर पानी गुजर रहा है, जिससे आवागमन बेहद जोखिमभरा हो गया है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे पुल से गुजरने से बचें और निचले इलाकों में रहने वाले लोग विशेष सतर्कता बरतें। संभावना है कि अगर बारिश का सिलसिला यूँ ही जारी रहा, तो आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
अलर्ट जारी, राहत टीम तैनात
स्थानीय प्रशासन ने रैपिड रिस्पॉन्स टीमों को सतर्क कर दिया है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
सुझाव:
आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें
प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत स्रोतों से जानकारी लें
स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए नगर प्रशासन, पुलिस और जल निगम संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।